लीड्स टेस्ट में ब्रायडन कार्स ने बिगाड़ा भारतीय जश्न, केएल राहुल और यशस्वी जयसवाल को बड़े मुकाम से रोका
लीड्स के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम ने तेज शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की। ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर इस मैच को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लेगा। लेकिन तभी इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्रायडन कार्स ने मैच का रुख पलटते हुए केएल राहुल को आउट कर भारत को करारा झटका दे दिया।
यशस्वी जयसवाल और केएल राहुल की जोड़ी ने इंग्लिश गेंदबाजों की शुरुआती गलतियों का भरपूर फायदा उठाया। इंग्लैंड के गेंदबाज लगातार ओवरपिच गेंदें डालते रहे, जिसका फायदा उठाते हुए भारतीय बल्लेबाज तेजी से रन बटोरते रहे। राहुल 42 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन तभी कार्स ने एक ऐसी गेंद डाली, जिसे राहुल छोड़ भी सकते थे।
यह गेंद फुल लेंथ की थी और काफी बाहर की ओर, लेकिन राहुल इस गेंद को छोड़ने के बजाय छेड़ बैठे। नतीजा ये हुआ कि बल्ले का किनारा लगते ही गेंद सीधे स्लिप में खड़े जो रूट के हाथों में जा समाई। इंग्लैंड को इस विकेट की सख्त जरूरत थी और कार्स ने आकर बिल्कुल सही समय पर अपना काम कर दिखाया।
इस विकेट के साथ ही न सिर्फ राहुल की पारी थमी, बल्कि भारत की रफ्तार पर भी असर पड़ा। यशस्वी जयसवाल ने जरूर एक छोर संभाले रखा, लेकिन राहुल का विकेट भारत के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि दोनों बल्लेबाज मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत देने में कामयाब हो रहे थे।
ब्रायडन कार्स की यह गेंदबाजी ना केवल इंग्लैंड के लिए राहत लेकर आई, बल्कि उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को यह भी दिखा दिया कि हर गेंद को खेलना जरूरी नहीं होता, खासकर तब जब आप अच्छी लय में हों।
भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स टेस्ट मैच में एक ऐतिहासिक लम्हा बस कुछ ही रनों की दूरी पर था, लेकिन ब्रायडन कार्स की एक चतुर गेंद ने भारतीय टीम का सपना तोड़ दिया। केएल राहुल और यशस्वी जयसवाल की जोड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की, लेकिन वे सिर्फ़ 9 रन दूर रह गए उस ऐतिहासिक रिकॉर्ड से, जो उन्हें लीड्स टेस्ट में शतकीय ओपनिंग साझेदारी करने वाली पहली भारतीय जोड़ी बना देता।
नौ रन से चूके इतिहास से
91 रनों की ओपनिंग साझेदारी के दौरान राहुल और जयसवाल ने लाजवाब बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लिश गेंदबाज़ों को बैकफुट पर धकेल दिया था। लेकिन जैसे ही राहुल 42 के निजी स्कोर पर आउट हुए, एक बड़ा मौका हाथ से निकल गया। अगर यह जोड़ी सिर्फ 9 रन और जोड़ लेती, तो यह लीड्स के मैदान पर टेस्ट इतिहास में भारत की पहली ओपनिंग जोड़ी होती, जिसने शतक से अधिक की साझेदारी की हो।
फिर भी बना नया रिकॉर्ड
हालांकि, इस निराशा के बीच भी भारतीय फैंस के लिए एक अच्छी खबर रही। राहुल और जयसवाल ने 1986 में सुनील गावस्कर और कृष्णमाचारी श्रीकांत द्वारा बनाए गए 64 रन की ओपनिंग साझेदारी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह लीड्स के मैदान पर किसी भी भारतीय ओपनिंग जोड़ी की सबसे बड़ी साझेदारी बन गई। इससे पहले इस पिच पर कोई भी भारतीय ओपनिंग जोड़ी 65 से अधिक रन नहीं बना सकी थी। यानी यह लीड्स पर भारत की दूसरी ’50+ ओपनिंग पार्टनरशिप’ रही है।
टॉस के फैसले से शुरू हुई कहानी
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया। उनका तर्क था कि हेडिंग्ले की शुरुआती परिस्थितियों का फायदा उठाकर वह भारत को दबाव में ला सकते हैं। स्टोक्स ने कहा,
“हम गेंदबाजी करेंगे। हेडिंग्ले एक बेहतरीन विकेट है। शुरुआत में मदद मिल सकती है और हमने यहां कुछ अच्छे मुकाबले खेले हैं।”
इंग्लैंड ने इस मैच में वोक्स, ब्रायडन कार्स, बशीर, टंग और खुद स्टोक्स को गेंदबाज़ी आक्रमण में उतारा।
भारत की सोच रही अलग
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि वह भी पहले गेंदबाज़ी कर सकते थे, लेकिन टीम की तैयारी को देखते हुए उन्हें भरोसा था कि उनके बल्लेबाज़ शुरुआती झटकों को संभाल लेंगे। उन्होंने कहा,
“हमारी तैयारी बेहतरीन रही है। साई सुदर्शन को डेब्यू का मौका मिला है और करुण नायर टीम में शामिल हुए हैं। साई तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करेंगे।”
ब्रायडन कार्स ने बदला खेल
जब राहुल और जयसवाल एक बड़े रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहे थे, तब ब्रायडन कार्स ने एक ऐसी गेंद डाली, जो दिखने में आसान थी – फुल लेंथ, और ऑफ स्टंप से बाहर। राहुल इस पर काबू नहीं रख सके और बल्ले से छेड़ बैठे। गेंद सीधा स्लिप में खड़े जो रूट के हाथों में समा गई। यह विकेट न सिर्फ़ राहुल की पारी को रोक गया, बल्कि एक ऐतिहासिक साझेदारी का सपना भी तोड़ गया।
जहां एक ओर भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत के साथ अपनी मंशा ज़ाहिर की, वहीं ब्रायडन कार्स की एक चतुर गेंदबाज़ी ने उनकी योजना में खलल डाल दी। राहुल का विकेट इंग्लैंड के लिए एक बड़ी राहत थी और यह दिखाता है कि टेस्ट क्रिकेट में एक छोटी सी गलती भी मैच की दिशा बदल सकती है।
भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स टेस्ट मैच में एक ऐतिहासिक लम्हा बस कुछ ही रनों की दूरी पर था, लेकिन ब्रायडन कार्स की एक चतुर गेंद ने भारतीय टीम का सपना तोड़ दिया। केएल राहुल और यशस्वी जयसवाल की जोड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की, लेकिन वे सिर्फ़ 9 रन दूर रह गए उस ऐतिहासिक रिकॉर्ड से, जो उन्हें लीड्स टेस्ट में शतकीय ओपनिंग साझेदारी करने वाली पहली भारतीय जोड़ी बना देता।