सलमान खान के करियर की मांग भरी शारीरिक स्थिति को देखते हुए, कई लोग सोच रहे हैं: क्या ब्रेन एन्यूरिज्म जैसी स्थिति के साथ काम करना वास्तव में संभव है?
जब भी सलमान खान किसी मंच पर आते हैं, दर्शक उम्मीद करते हैं – हंसी, मज़ाक, थ्रिल और कुछ अनकहे बॉलीवुड किस्से। लेकिन नेटफ्लिक्स के शो “द ग्रेट इंडियन कपिल शो” में उनकी एक एपिसोड ने लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया। यह सिर्फ एक इंटरव्यू नहीं था — यह उस पर्दे के पीछे की झलक थी, जिसे शायद ही कभी सलमान ने इतनी साफगोई से किसी के सामने रखा हो।
इस एपिसोड में सलमान सिर्फ सुपरस्टार नहीं थे, बल्कि एक इंसान थे — कमजोरियाँ लिए, दर्द के साथ, लेकिन फिर भी मजबूती से खड़े हुए।
ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है?
ब्रेन एन्यूरिज्म मस्तिष्क में रक्त वाहिका के कमज़ोर स्थान पर एक उभार है। इसे हवा से फूले हुए गुब्बारे की तरह समझें, सिवाय इसके कि यह खून है। समय के साथ, यह उभार बढ़ सकता है और अगर यह फट जाता है, तो मस्तिष्क में रक्तस्राव हो सकता है। यह जानलेवा स्थिति रक्तस्रावी स्ट्रोक के रूप में जानी जाती है।
ब्रेन एन्यूरिज्म अक्सर उच्च रक्तचाप, तनाव, धूम्रपान और कुछ आनुवंशिक स्थितियों से जुड़ा होता है।http://hindi24samachar.com
कभी-कभी, वे कोई लक्षण नहीं दिखाते हैं और केवल स्कैन के दौरान ही पाए जाते हैं। लेकिन अगर वे फट जाते हैं, तो वे अचानक, गंभीर सिरदर्द, धुंधली दृष्टि या बेहोशी भी पैदा कर सकते हैं।
हल्की शुरुआत, गहराई में उतरता खुलासा
शो की शुरुआत हमेशा की तरह मस्ती में हुई। कपिल शर्मा ने चुटकी ली — “आप हर किरदार में इतनी एनर्जी भर देते हो, कभी नहीं लगता कि शरीर थक गया है?”
इस सवाल पर जो सलमान का जवाब आया, उसने शो का मूड पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने बिना लागलपेट के कहा:
“मैं कई सारी स्टफफ कर रहा हूँ, बहुत सारी चीज़ें मेरे शरीर में चल रही हैं।”
यह एक छोटा वाक्य था, लेकिन इसके पीछे छिपी सच्चाइयों ने सबको चौंका दिया। इसके बाद उन्होंने जिन स्वास्थ्य समस्याओं का ज़िक्र किया, वो किसी के लिए भी चौंकाने वाली थीं — फेफड़ों में संक्रमण, क्रॉनिक साइनस, जोड़ों में दर्द और मानसिक तनाव।
सांसों की लड़ाई: लंग्स इंफेक्शन
सलमान ने बताया कि उन्हें lungs infection की समस्या है। इससे उन्हें गहरी सांस लेने में तकलीफ़ होती है, खासकर जब सीने पर चोट या थकान हो। शूटिंग के लंबे घंटे, ट्रैवलिंग और स्टंट्स — इन सबके बीच ये समस्या उनके लिए हर दिन की चुनौती बन गई थी।
फिर भी, कैमरे के सामने वह वही एनर्जेटिक सलमान नज़र आते रहे — जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
साइनस की पुरानी समस्या: जब सिर भारी हो और दिल भी
बहुत लोग साइनस को मामूली समस्या मानते हैं, लेकिन सलमान के लिए यह कोई सामान्य परेशानी नहीं थी। बंद नाक, सिर में भारीपन, थकावट और कमजोरी — ये सब उनके हर शूटिंग डे का हिस्सा बन चुके थे। एक पल कैमरे के सामने हल्का मुस्कुराते हुए, तो दूसरे पल सिरदर्द से जूझते हुए।
सलमान ने दिखाया कि प्रोफेशनलिज़्म का असली मतलब क्या होता है।
एक्शन हीरो का असली दर्द: जोड़ो में तकलीफ
सलमान एक्शन फिल्मों के लिए मशहूर हैं। स्टंट, फाइट सीक्वेंस और फिजिकल रोल्स — उनके करियर की पहचान बन चुके हैं। लेकिन जब उन्होंने कहा:
“जोड़ों में दर्द… चोट लगती रहती है… फिर भी काम बंद नहीं करता।”
तो यह सुनकर दर्शकों को अहसास हुआ कि हर सीन, हर स्टंट के पीछे एक अनदेखा संघर्ष छिपा है। दर्द में भी उन्होंने शूटिंग की, बिना शिकायत किए।
मानसिक स्वास्थ्य: जब मन भी थकता है
सलमान ने इस बात को भी छुपाया नहीं कि शारीरिक समस्याओं के साथ मानसिक दबाव भी बढ़ता है। जब सांसें जवाब देने लगती हैं या बॉडी साथ नहीं देती, तो मन भी घबराता है। लेकिन ऐसे समय में खुद को संभालना, मुस्कुराना और सब कुछ ठीक दिखाना — यह उनकी सबसे बड़ी चुनौती रही।
गर्दन और मूवमेंट की सीमाएं
हालांकि उन्होंने गर्दन की समस्या का ज़िक्र साफ तौर पर नहीं किया, लेकिन उनके बाकी खुलासों से समझ आता है कि मूवमेंट में तकलीफ़ें रही होंगी। उम्र के साथ शरीर स्टंट्स के लिए कम तैयार होता है, लेकिन सलमान हर बार कैमरे के सामने उसी जोश के साथ लौटे — ये किसी अद्भुत आत्मबल की मिसाल है।
निष्कर्ष: सलमान, सिर्फ सुपरस्टार नहीं, इंसान भी
इस शो के ज़रिए सलमान खान ने हमें याद दिलाया कि पर्दे पर दिखने वाला सितारा, पर्दे के पीछे एक साधारण इंसान होता है — जो दर्द सहता है, थकता है, लेकिन हार नहीं मानता।
उनका यह इंटरव्यू सिर्फ एक एपिसोड नहीं था — यह एक प्रेरणा थी। यह उन लोगों के लिए संदेश था, जो अपने जीवन की लड़ाइयों से जूझ रहे हैं: आप अकेले नहीं हैं, और हर दर्द के बाद भी आगे बढ़ा जा सकता है।