सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नई प्रवर्तन रणनीति: मंत्री पोन्नम प्रभाकर

परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने बुधवार को परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की ताकि पूरे तेलंगाना में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से प्रवर्तन उपायों को तेज किया जा सके।

नई प्रवर्तन कार्य योजना में टीमों और तीन राज्य स्तरीय उड़नदस्तों के साथ सख्त, जिला-स्तरीय प्रवर्तन शामिल होगा जो औचक निरीक्षण करेंगे और यातायात उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

श्री प्रभाकर ने कहा, रणनीति निरंतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए तैयार की गई थी। टीमों को प्रतिदिन सुबह 6 बजे निर्देश प्राप्त होंगे और उन्हें जानकारी दी जाएगी कि कहाँ औचक निरीक्षण किया जाना है। दस्ते ओवरलोडिंग, समाप्त हो चुके फिटनेस प्रमाणपत्र, वायु और ध्वनि प्रदूषण उल्लंघन और लंबित चालान जैसे उल्लंघनों पर कड़ी नजर रखते हैं।

रेत, फ्लाई ऐश, पत्थर और निर्माण सामग्री का परिवहन करने वाली ओवरलोडेड लॉरियों और बसों पर जुर्माना लगाया जाएगा, या जब्त किया जाएगा, या दोनों। प्रत्येक टीम में एक उप परिवहन आयुक्त, मोटर वाहन निरीक्षक, सहायक मोटर वाहन निरीक्षक और आवश्यकता पड़ने पर सहायक कर्मचारी शामिल होंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रवर्तन कर्मियों को यात्री ऑटो चालकों या कृषि उद्देश्यों के लिए ट्रैक्टर का उपयोग करने वाले किसानों को परेशान नहीं करना चाहिए।

संयुक्त परिवहन आयुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि सार्वजनिक छुट्टियों सहित हर समय कम से कम एक प्रवर्तन दल सड़कों पर सक्रिय रहे। रंगारेड्डी, नलगोंडा, महबूबनगर, आदिलाबाद और संगारेड्डी सहित जिलों के अधिकारियों को सप्ताह में कम से कम दो बार अंतर-राज्य अनुबंध कैरिज बसों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। तेज गति से चलने वाले, ओवरलोडेड या वैध फिटनेस प्रमाणपत्र के बिना चलने वाले वाहनों को तुरंत जब्त कर लिया जाएगा।

मंत्री ने अधिकारियों को स्रोत बिंदुओं पर ओवरलोडिंग को रोकने, टिपरों और खुली ट्रॉलियों को तिरपाल से ढकने को सुनिश्चित करने और अनधिकृत संशोधनों जैसे परिवर्तित बैठने या आपातकालीन निकास को अवरुद्ध करने वाली बसों को दंडित करने का भी निर्देश दिया। समन्वित कार्रवाई के लिए ओवरलोडेड वाहनों का विवरण खनन विभाग के साथ साझा किया जाना है।

श्री प्रभाकर ने अधिकारियों से आगामी सड़क सुरक्षा माह में व्यापक जनपहुंच अभियान शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि इन पहलों में छात्रों के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिताएं और रचनात्मक कार्यक्रम शामिल होंगे, साथ ही सभी जिलों में बाल जागरूकता पार्क की स्थापना भी शामिल होगी। सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार की कैशलेस इलाज योजना पर भी जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

Leave a Comment

Exit mobile version