एक बड़े सुरक्षा खतरे में, मुंबई के पवई इलाके में 20 बच्चों को कुछ समय के लिए बंधक बना लिया गया, जिससे दहशत फैल गई और अधिकारियों को बचाव अभियान शुरू करना पड़ा।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, नाटकीय स्थिति गुरुवार दोपहर को मुंबई में एलएंडटी बिल्डिंग के पास आरए स्टूडियो में सामने आई, जहां बच्चों को ‘ऑडिशन’ के लिए बुलाया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब तीन बजे फोन आया और बताया गया कि इमारत में 20 बच्चों को बंधक बनाकर रखा गया है. मुंबई फायर ब्रिगेड ने एक बचाव अभियान शुरू किया, जहां उन्होंने ग्रिल को काटने और पुलिस के लिए रास्ता बनाने के लिए हाइड्रोलिक उपकरणों का इस्तेमाल किया।
यह भी पढ़ें: मुंबई के पवई में एक्टिंग ऑडिशन देने गए 20 बच्चे बने बंधक
मुंबई पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान रोहित आर्य के रूप में हुई है और उसे हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस ने कहा कि आर्य मानसिक रूप से अस्थिर लग रहे थे।
शुरुआती जांच के मुताबिक, उसके पास कोई हथियार भी था, जो बंदूक जैसा लग रहा था।
मुंबई बंधक कांड के पीछे क्या मकसद था?
मुंबई पुलिस ने कहा कि बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है और आरोपी अब हिरासत में है.
यह भी पढ़ें: मुंबई बंधक मामला: पुलिस ने पवई में बंधक बनाए गए 20 बच्चों को कैसे बचाया?
एक अधिकारी ने एएनआई को बताया, “सभी बच्चों को मौके से सुरक्षित बचा लिया गया है। रोहित आर्य नाम के शख्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस उससे बात कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या वह वास्तव में मानसिक रूप से अस्थिर है।”
पवई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जीवन सोनवाने ने कहा कि आरोपी किसी मुद्दे पर महाराष्ट्र के पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक वसंत केसरकर से बात करना चाहता था।
जीवन सोनावणे ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, “बंधक बनाने वाला व्यक्ति महाराष्ट्र के पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से विभाग से जुड़े कुछ मुद्दों पर बात करना चाहता था।”