पुलिस ने बताया कि मंगलवार को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में कथित तौर पर माओवादियों द्वारा लगाए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट होने से 10 वर्षीय एक आदिवासी लड़की की मौत हो गई।

मनोहरपुर के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) जयदीप लाकड़ा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लड़की तिलापोसी जंगल में सियाल की पत्तियां तोड़ने गई थी, तभी गलती से उसका पैर कथित तौर पर माओवादियों द्वारा जमीन के नीचे लगाए गए आईईडी पर पड़ गया।
लाकड़ा ने कहा, “माओवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी लगाया था, लेकिन दुर्भाग्यवश, मासूम लड़की अनजाने में आईईडी पर खड़ी हो गई, जिससे विस्फोट हुआ और मंगलवार सुबह उसकी मौके पर ही मौत हो गई।”
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे माओवादी हिंसा के पीड़ितों के लिए प्रावधान के अनुसार पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के लिए राज्य सरकार को लिखेंगे।
जेराइकेला थाना प्रभारी अमित कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लड़की की पहचान दीघा गांव के मूल निवासी जय मसीह हेरेंज की बेटी सिरिया हेरेंज के रूप में की गई है और वह हमेशा की तरह अपने दोस्तों के साथ सियाल के पत्ते तोड़ने गई थी क्योंकि मंगलवार को छठ उत्सव के लिए स्कूल बंद था।
कुमार ने कहा, “विस्फोट में लड़की के दोनों पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। हमने सीआरपीएफ के साथ मिलकर शव बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिसके बाद इसे पीड़ित परिवार को सौंप दिया जाएगा।”