अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक सप्ताह पहले बिना सड़क पहुंच या मोबाइल कनेक्टिविटी वाले सुदूर जंगली डुंगरी गांव में सामुदायिक भोजन के बाद पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 20 लोग बीमार पड़ गए।

मामले की जानकारी सामुदायिक भोजन के सात दिन बाद मंगलवार को हुई। अधिकारियों ने कहा कि बाद में चिकित्सा टीमों को इंद्रावती नदी के पार डूंगरी भेजा गया।
नारायणपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 14 से 20 अक्टूबर के बीच 45 और 60 वर्ष की दो महिलाओं सहित पांच लोगों की मौत हो गई। दावत में शामिल होने के बाद लगभग 20 अन्य लोगों ने बुखार, उल्टी और कमजोरी की शिकायत की।
स्वास्थ्य टीमों ने 25 लोगों की जांच की, हल्के लक्षणों वाले लोगों का मौके पर ही इलाज किया और गंभीर मामलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा।
नारायणपुर की जिला कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगैन ने कहा कि प्रशासन ने यथाशीघ्र प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “डुंगरी इंद्रावती नदी के पार एक अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में स्थित है, जहां कोई मोबाइल या सड़क कनेक्टिविटी नहीं है। हमें 21 अक्टूबर को सूचना मिली और नारायणपुर और भैरमगढ़ से टीमें तुरंत भेजी गईं। स्थिति अब नियंत्रण में है।”
अधिकारियों ने संकेत दिया कि बीमारियाँ दूषित भोजन या पानी से जुड़ी हो सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाया और दवाएं, सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता किट वितरित कीं। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।